आज के समय मे हर किसी को शॉपिंग करना पसंद है, कुछ लोगो कि शॉपिंग करना रुचि भी होती है। सामान खरीदने के बाद हर कोई बिल लेता है और सामान किसी कंपनी कि हो तो लोगो को गारंटी या वारंटी कि इच्छा भी जागरुक होती है। लोगो उन्ही चिजो को खरीदना भी चाहते है या पसंद करते है, जिनपर उन्हे गारंटी या वारंटी का विकल्प मिलता है। किसी नये सामान पर गारंटी या वारंटी जैसे विकल्प नही मिलता है तो लोग सामान के खराब हो जाने पर उसे रिपेयर नही करवा सकते है। अगर आपके नये सामान पर गारंटी या वारंटी है तो आप उस सामान के खराब होने पर उस रिपेयर भी करवा सकते है।
हम सभी सामान खरीदते है, जैसा कि मैने आपको पहले ही बताया है कि सामान खरीदने पर गारंटी या वारंटी कि इच्छा भी जाहिर करते है लेकिन हम मे कितने लोगो को इस बात का पता है कि गारंटी और वारंटी मे क्या फर्क है। आज के समय बहुत कम लोग इस बात से वाकिफ है कि गारंटी और वारंटी किन चिजो को परीभाषित करता है। लोग अक्सर इस बात मे कंफ्यूज रहते है कि गारंटी क्या और वारंटी क्या है।
आज इस आर्टिकल मे आप जानेंगे कि गारंटी और वारंटी को कैसे परीभाषित करते है, मतलब गारंटी और वारंटी मे क्या फर्क है।
वारंटी का मतलब
सबसे आम बात है से शुरुआत करते है, हमने किसी दुकान से सामान खरीदा। सामान खरीदने के वक्त दुकानवाले ने बताया कि इस प्रोडक्ट पर 6 महीने कि वारंटी है। इसका मतलब है की खरीदा गया सामान अगर 6 महीने के भीतर खराब हो जाता है तो दुकान वाला आपको सामान फिर से बनाकर देगा। वारंटी को परीभाषित करते है वो कुछ इस प्रकार से होगा कि कोई नया प्रोडक्ट वारंटी समय के अंदर खराब हो जाता है तो सामान को कंपनी रिपेयर कर के देगी। जिन प्रोडक्ट पर वारंटी रहता है या दिया जाता है, उसके साथ वारंटी कार्ड भी दिया जाता है, जिसपर प्रोडक्ट को खरीदने वाले का नाम और प्रोडक्ट को खरीदने की तारीख लिखी हुयी होती है। कुछ सामान जैसे मोबाइल फोन पर 1 साल वारंटी होती है लेकिन फोन के साथ आने वाले सामान पर 6 माह की वारंटी होती है।
गारंटी का मतलब
आप किसी प्रोडक्ट को खरीदते है और प्रोडक्ट को खरीदते वक्त दुकानदार आपसे कहते है कि इस प्रोडक्ट पर 6 माह की गारंटी है। इसका मतलब है की 6 माह के अंदर प्रोडक्ट के खराब होने पर दुकानदार आपको खराब हुये प्रोडक्ट बदले आपको नया प्रोडक्ट देता है। नया सामान खरीदते वक्त आपको गारंटी कार्ड दिया जाता है, जिसे आपको संभाल कर रखना होता है। हांलाकी आज के समय मे शायद ही किसी सामान पर गारंटी मिलती है।
गारंटी और वारंटी में अंतर
उपर लेख को पढकर आप समझ ही गये होगे कि गारंटी और वारंटी मे क्या फर्क होता है। जहां गारंटी मे समय के अंदर सामान खराब होने पर आपको सामान बदलकर नयी सामान दिया जाता है वहीं वारंटी समय के अंदर सामान खराब होने पर सामान को रिपेयर किया जाता है। दोनो एक दुसरे के उल्टा तो नही कह सकते है लेकिन दोनो शब्दो के काम एक दुसरे से उल्टे ही होते है। जैसा कि हमने आपको पहले हि बताया कि आज के समय मे वारंटी लगभग सभी सामानो पर मिल जाता है लेकिन गारंटी शायद ही किसी समानो पर मिलता है।