एक समय था, जब किसी गांवो मे बैंक हुआ करता था। जैसे-जैसे लोग बढे जमाना बढा लोगो कि जरुरते भी बढी और साथ मे बैंको के लिए विकल्प भी खुला। तादाद बढने पर बैंको को आय का स्रोत दिखा और फिर हर जगह बैंको ने पैर पसारना शुरु कर दिया। शुरुआती दिनो मे सरकारी बैंक और पोस्ट ऑफिस के बैंको पर लोग ज्यादा निर्भर थे लेकिन प्राइवेट बैंको के आने के बाद सरकारी बैंक सिर्फ नाम के लिए रह गयी। आज के समय मे भारत मे करीब 5-7 बडे बैंक है, हांलाकी पिछले कुछ समय मे भारत देश मे बैंको का विलय हुआ है। इसके बावजुद भारत देश मे बैंको कि संख्या हद से ज्यादा है क्योकि भारत देश मे लोगो कि संख्या भी 133 करोड है और हर किसी को सेविंग करना है।
आज के समय मे मतलब 2014 मे भाजपा सरकार केंद्र मे आते ही लोगो के लिए जन-धन योजना के तहत हर किसी को बैंक अकाउंट खोलने का आदेश दिया था। ऐसे समय मे हर बैंक ने इस आदेश का पालन भी किया था, ये वो समय मे ता जिस स्कुल मे शिक्षक तक नही पहुंच रहे थे वहा बैंक अकाउंट खोलने के लिए बैंक कर्मचारी तक पहुंच गये थे। आज भी भारत देश मे कई ऐसे गांव है, जहां पर बैंक का कोई शाखा नही है। ऐसे मे लोगो तक सहायता पहुंचाने के लिए या ये कहे कि बैंक अपने फायदे के लिए ग्राहक सेवा केंद्र(Customer Service Point) या Kiosk Bank का विकल्प दिया। नाम से कुछ हद तक तो आप समझ ही गये होगें कि ये क्या है, अब आपको समझाते है कि ये है क्या जिन जगहो पर बैंक शाखा नही है उन जगहो पर बैंक ने मिनी बैंक खोला है जिसे ग्राहक सेवा केंद्र कहते है। इस मिनी बैंक मे वो सारे काम होगे जो एक बैंक मे होता, जैसे- बैंक खाता खुलना, अकाउंट मे पैसा जमा होना, अकाउंट से पैसा निकालना और अकाउंट से जुडी जानकारी लेना।
आज इस अर्टिकल मे आप जानेंगे ग्राहक सेवा केंद्र के बारे मे कि अगर आप Kiosk Bank खोलना चाहते है तो कैसे खोलेंगे और Kiosk Bank खोलने का तरीका क्या है।
Kiosk Bank कैसे खोले
ग्राहक सेवा केंद्र नाम से ही ये समझ जाइये की ये लोगो के सेवा प्रदान करने के लिए बैंको का प्रावधान है। हम सभी ने कहीं न कहीं इस चिज को देखा ही होगा कि ग्राहक सेवा केंद्र के नाम से एक छोटे से जगह मे बैंक कि तरह खुला होता है। वैसे ग्राहक सेवा केंद्र को कई अलग-अलग नामो से जाना जाता है, जैसे मे Kiosk Bank और Customer Service Point ये नाम भी से इस मिनी बैंक को पुकारा जाता है।
Kiosk Bank लोगो के लिए कमाई का भी एक बेहतर स्रोत है, मतलब अगर आप किसी बैंक से इस सेवा को लेना चाहते है तो बैंक आपको ये सेवा प्रदान करने के लिए अनुमति भी देगी और बैंक आपको आपके काम के अनुसार वेतन भी प्रदान करेगी। Kiosk Bank या मिनी बैंक उन जगहो के लिए बेहतर विकल्प है जहां पर अभी तक बैंक का शाखा नही खुला है या फिर उन जगहो से बैंक काफी दुर है। अगर आप भी इस सेवा को प्रदान करके पैसा कमाना चाहते है तो आपके लिए ये बेहतर विकल्प है, इसके लिए हम आपको दो तरीको बताने वाले है जिससे आप ग्राहक सेवा केंद्र खोल सकते है।
Kiosk Bank खोलने का पहला तरीका
जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया है, हम आपको दे तरीको के बारे मे बतायेंगे। जिसमे पहला तरीका है, आप जिस लबैंक का Customer Service Point लेना चाहते है। उस बैंक मे जाये और Customer Service Point के लिए क्या पात्रता चाहिए और साथ मे इसके लिए क्या निवेश करना होगा। आमतौर पर लोग ज्यादातर SBI का Customer Service Point लेना चाहते है क्योकि SBI भारत के बडे बैंको मे से एक है और इस बैंक के ग्राहको कि संख्या भी काफी ज्यादा है। जिस बैंक का आप Customer Service Point लेना चाहते है, उस बैंक का मैनेजर राजी हो गया है तो बैंक के तरफ से आपको युजरनेम और पासवर्ड दिया जायेगा। इस युजरनेम से आप मिनी बैंक चला सकते है और बैंक के तरफ से आपको 1.50 लाख तक का लोन भी मिल सकता है। जिससे आप मिनी बैंक को अच्छे से मैनेज कर पाये।
Kiosk Bank खोलने का दूसरा तरीका
kiosk bank खोलने के लिए दूसरा तरीका है, भारत मे कई ऐसी कंपनी है जो kiosk bank लोगो प्रदान करती है। इस लिस्ट मे पहला कंपनी नाम आता है AISECT कंपनी। इस कंपनी से kiosk bank लेने के लिए आपको www.aisectfi.com बेवसाइट पर जाये और आपको पेज पर कांटेक्ट का विकल्प दिखेगा, आपको कांटेक्ट पर क्लिक करना है। इस बेवसाइट पर आपको देश के लगभग सभी राज्यो के बैंको का kiosk bank खोलने का विकल्प देता है। कांटेक्ट पर क्लिक करने के बाद आपके सामने कई सारे कांटेक्ट नंबर दिखेगा, आप अपने नजदीकि कांटेक्ट नंबर लेना और उससे बात करना है।